गैरसैंण का ये सत्र भी बड़ा ऐतिहासिक हो गया। मैने सवाल उठाया कि किन नियमो के तहत मोस्ट वांटेड गुप्ता बंधुओ को यहां के तत्कालीन तीन मुख्यमंत्रियों ने वाई,जेड सुरक्षा से मनी लॉन्ड्रिंग से हेली कंपनी का व्यापार तक सब सौंप दिया । जिनकी वजह से सतेंद्र साहनी जैसे नामी व्यापारी ने आत्महत्या कर ली ।
जिन गुप्ता ब्रद्र्श को कई देशों ने वांटेड घोषित कर दिया था औली में उनके बेटों की शादी को हमारे तत्कालीन मुख्यमंत्री ने आयोजित करवाया था।
भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के मुख्यंमत्री ,गुप्ता ब्रदर पर इतने मेहरबान क्यों रहे ?
किन किन मुख्यमंत्रियों का पैंसा साउथ अफ्रीका व्यापार में लगा ??
किन-किन मुख्यमंत्रियों के करीबी साउथ अफ़्रीका जाये करते थे पैसे का हिसाब लेने?
सोशल मीडिया के मेरे धुरंधर टिप्पणीकारो? इतने गंभीर विषय पर कुछ नही लिखोगे ? जब तुम्हारे प्रदेश का करोड़ो अरबों रुपए साउथ अफ्रीका चला गया।
500 करोड़ में सरकार गिराने की साजिश के सूत्र के बारे में पूछ रहे हो तो सुनो….. तुम क्या चाह रहे हो ??सूत्र की हत्या हो जाए ??
मैं तो दावे के साथ इस बात को कह रहा हूं कि सरकार इसकी जांच करवाएगी तो कई चेहरे बेनकाब हो जाएंगे।
मैने बहुत जिम्मेदारी से इस सवाल को उठाया है क्योंकि इससे पहले भी पत्रकारिता के माध्यम से मैं उत्तराखंड में भ्रष्टाचार के कई बड़े घोटालों का खुलासा कर कर चुका हूं।
जब खुलासे हो गए और जनता ने उन भ्रष्ट मुख्यमंत्रीयो को बेनकाब होते देख लिया तो उनके चेले मेरे बारे में अपशब्द लिखने लगे। ब्लैकमेलर और दलाल तो ये नेता निकले जिन्होंने दोनो हाथों से कमीशन की मीट भात भी खाई और साउथ अफ्रीका तक उत्तराखंड में कमाए भ्रष्टाचार के पैसे भी लगाए।
इनकी भी पूरी जांच होनी चाहिए।
मैं तो खुद कह रहा हूं कि जो गुप्ता ब्रदर पर खुलासा मैंने किया है उस पूरे प्रकरण की जांच करवाई जाए ताकि जनता को पता चल सके कि सच्चाई क्या है?
सोशल मीडिया टिप्पणीकार साथियों–
आइए इस मुहिम में भी आगे बढ़िए और इस पूरे प्रकरण की जांच करवाने की मांग कीजिए ??
सोशल मीडिया पर लिखिए , ज्ञापन सौंपिये और तब तक आंदोलन कीजिए जब तक इस पूरे प्रकरण में जांच नही हो जाती