प्राचीन समय की बात है कि किसी सर्कस में एक शेर यानी कि सिंह हुआ करता था..
अब जैसा कि एक आदर्श शेर को होना चाहिए , सर्कस का हमारा यह शेर भी बहुत बहादुर और शक्तिशाली हुआ करता था.. लंबे पैने, पूरे छप्पन मिमी लम्बे दांत और नाखून थे.. गरज ऐसी जगी जैसी गीदड़ों ने पिछले सत्तर साल में भी न सुनी हो, छलांग इतनी ऊँची कि रिंगमास्टर का हंटर देखते ही पूरे छप्पन फीट उपर कूद जाय…
संक्षेप में मतलब यह कि सर्कस के सिंह जी वाकई तगड़े शेर थे… उनकी शेरियत पर किसी को कोई संदेह न था…
एक दिन हुआ यह कि शेर को याद आया कि शेरों के खानदान में तो शिकार करने की परंपरा होती है… तो ऐसा याद आते ही शेर का मूड हो गया शिकार करने को, और वो निकल पड़ा पास के जंगल में…
जंगल में उसका सामना हुआ जंगल की हर हरकत पर कड़ी निगाह रखे एक #watch_dog से….
फिर क्या था, शेर जी ने न आव देखा न ताव, झपट पड़े शिकार के लिए…
आगे के आँखों देखे हाल के लिए स्पेस टेक्नोलॉजी की मदद से बनाया गया वीडियो नीचे चेपा जा रहा है… खुद ही देख लीजिये
कथा से शिक्षा – जॉनी, जो शेर रिंगमास्टर के हंटर के इशारे पर नाचते हैं, वो शिकार की बातें नहीं किया करते…
ऐसे शेरों के लिए यही शेरोचित होगा कि वे मालिक की फेंकी हुई बोटियों को ही नोच- झिंझोड़ कर पेट भर लें… बाकी जब कहा जाय तब गुर्रा जितना मर्जी लें, कोई कुछ नहीं कहेगा … तालियां बजायेंगे जी..कसम से
हर हर सर्कस का शेर.. घर घर सर्कस का शेर