खुला पत्र पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत जी के नाम।

by | Nov 28, 2024

हरीश रावत जी आप बार बार मुझे विवश करते हैं कि आपकी काली करतूतों को मैं उजागर करूं। आप सोशल मीडिया के फेसबुक पेज से मेरी तरफ इशारा करते हुए जो लिख रहे हो तो सुनो…….
उत्तराखंडियत का राग अलापते हुए आपको शर्म आनी चाहिए जब आप आंख बंद करके करोड़ो रूपयों में उत्तराखंड का सौदा कर रहे थे, उत्तराखंड को बेचने की बात कर रहे थे… शर्म भी बची है या वो भी बेचकर खा गए?
अच्छा एक चीज बताओ? हालिया लोकसभा चुनाव में आपके बेटे वीरेंद्र ने हलफनामे में जो चौदह,पंद्रह करोड़ की संपत्ति दर्शाई है … उसका भी तो हिसाब बताओ? बेटे के हाथ ऐसा कौन सा खजाना लग गया ? या कौन सा ऐसा खेत है जहां बेटे ने हल चलाई और करोड़ो की संपत्ति पैदा हो गई?
दूसरे पर अंगुली उठाने से पहले अपने गिरेबान में तो झांक लो साहब!!
मेरी संपत्ति की जांच तो ईडी, फेमा से लेकर सीबीआई तक सारी एजेंसियां कर चुकी … !!! अपना याद करो … जब आपका सीबीआई जांच का नंबर आया तो क्यों कोर्ट कचहरी भागने लगे थे ? करवा देते न अपनी सीबीआई जांच? क्यों डर गए थे? क्या कह रहे थे आप ? टॉप अप कर दोगे , क्या टॉप अप कर दोगे ? और ये टॉप अप करने के लिए करोड़ों कहाँ से लाते ? रावत जी 2016 में भी छाती ठोक कर कहा था जैसी मर्जी जाँच करा लो और आज भी कहता हूँ । अब उत्तराखंडियों का काटना बंद कर दो बस, मेरे उँगली करोगे तो मैं बांस करूँगा ध्यान रखना । आपने कहा डीएम को धमका रहा है , धमका नहीं रहा समझा रहा हूँ मेरी संपत्ति के लिए दल्ले किस्म के पत्रकारों का सहारा ना ले बल्कि सीधा मुझसे माँग के । आप थाने के बाहर बैठकर करो तो चमत्कार और हम पत्र भी लिख दें तो……..
हरीश रावत जी …. डर उसी को होता है जो गलत करता है या जिसने गलत किया होता है।
ये वीडियो फिर से देखना और याद करना आप किस उत्तरखण्डियत कंसारा कर रहे थे। आपके बारे में मुझे एक कहावत याद आती है , 900 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली ।

मैने तो सारी जांच एजेंसियों का सामना किया क्योंकि मैं जब गलत ही नहीं हूं तो फिर डरता भी नहीं हूं और स्वच्छंद होकर जीता हूं।
उत्तराखंड की जनता की आंखों में धूल झोंककर आपने आजतक जो भी कारनामे किए हैं … आपकी जांचे हो जाएं तो सारे कच्चे चिट्ठे सामने आ जाएंगे!!
आपने धोखा देने में किसी को नहीं छोड़ा … यहां तक कि जिस आदमी ( रंजीत रावत जी) ने अपना पूरा जीवन आपके लिए खपा दिया उसको तक आपने धोखा दिया।
आपकी वजह से उत्तराखंड में कभी मजबूती से खड़ी कांग्रेस भी गर्त में चली गई. कांग्रेस के एक से बढ़कर एक दिग्गज कांग्रेस छोड़कर चले गए और आप परिवारवाद , भाई भतीजावाद , खासमखास वाद और अपने अपनो की सेटिंग में ही लगे रहे।
आपके लिए लिखने को बहुत कुछ है पर मैं अपना बहुमूल्य समय आप जैसे चरित्र पर लिखकर जाया नहीं करना चाहता।
आप बुजुर्ग हो चले हो इसलिए बस एक ही सलाह दूंगा कि बाकी का अमूल्य समय हमारे उत्तराखंड के खान पान को आगे बढ़ाने में दीजिए !! भगवान बद्री विशाल आपको दीर्घायु रखें ।।