हरीश रावत जी के नाम खुला पत्र

by | Dec 29, 2024

समय समय पर हरीश रावत जी को उस ऑपरेशन का दर्द शुरू हो जाता है जो 2016 में हुआ था । उस ऑपरेशन के बाद ही जनता ने हरीश रावत का असली चेहरा देखा जो आंख बंद करके उत्तराखंड की सौदेबाजी कर रहे थे ।
हरीश रावत जी आपका ये दर्द और मनोदशा भी समझ सकता हूं । उत्तराखंड में कांग्रेस को आपने अपनी इन्हीं करतूतों की वजह से आज खत्म कर दिया। आप खुद 12 चुनाव हार गए अब तेरहवीं का क्या होगा ? ये तो समय ही बताएगा ? आने आज मेरे बारे में फिर जिक्र किया तो उसका जवाब भी जरूरी है।

(हरीश रावत जी ने क्या लिखा पढ़ने के लिए लिंक पर क्लिक करें। )

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आपने हरक सिंह जी का जिक्र करते हुए उनकी निजी जिन्दगी के बारे में लिखा है । ऐसा सार्वजनिक मंच पर लिखना उचित है क्या?? आप कैसे किसी की बेटी को गर्लफ्रेंड लिख रहे हो …?? आपकी भी तो बेटी है? आपको शर्म नहीं आती ऐसी अमर्यादित भाषा लिखते हुए?? जब आप मुख्यमंत्री थे किसी की बेटी आपके पास अपनी पीड़ा बताने आई होगी , आप खुद ही लिख रहे हैं कि रोई भी थी और आप बेशर्मों की तरह व्यवहार कर रहे हो। आप किसी बेटी के लिए गर्लफ्रेंड जैसा शब्द लिख रहे हो।
यानि कि हरीश रावत में अब कोई मर्यादा ही नहीं बची …. और जिनकी मर्यादा खत्म हो जाती है उनके साथ जैसे को तैसा वाला व्यवहार अपनाना पड़ता है यही जिंदगी का वसूल भी है।
अच्छा एक चीज बताइए …? कुछ ही समय पहले आपके बेटे का जो उसकी गर्लफ्रेंड के साथ ऑडियो वायरल हुआ था उसको भी जरा सुन लेना …या मैं डाल दूं ??. जिनके घर शीशे के बने होते हैं… वाली कहावत तो आपने सुनी ही होगी ?

हमने तो देखा है हरक सिंह रावत पीछे से वार नहीं करता और वो फीनिक्स जैसा पक्षी है जो कभी खत्म नहीं होता।
राजनीति में वक्त बदलता रहता है । इस समय इस देश को चलाने वाले नंबर टू के व्यक्ति को जब तड़ीपार कहा गया था प्रताड़नाएँ दी गई , लोग मिलने से भी डरते थे … कई तरीकों से परेशान किया गया था… आज देखिए देश में नंबर टू की पोजिशन में हैं, लोग दरबार में माथा टेकने को तरसते है, यानि कि वक्त बदलता जरूर है।

स्मरण कीजिए वो हरक सिंह रावत ही तो थे जिनकी वजह से आपके बच्चों की राजनीति में इंट्री हुई। ये भी सच है कि हरक सिंह रावत ने अधिकतर सबकी मदद की होगी।।

हरीश रावत जी आप खुद पर ईमानदारी का टैग नहीं लगा सकते । आपके ही कार्यकाल में डेनिस से लेकर खनन तक के चर्चे सुर्खियों में रहे। आज उत्तराखंड में कांग्रेस का बंटाधार करने का श्रेय भी आपको ही जाता है। आपको लगता है कि आप कोई अवतारी पुरुष हैं… लेकिन सच तो यही है कि हरीश रावत , ढोंग ,स्वांग और षड्यंत्र जैसी विद्याओं में पीएचडी हैं।

इस राज्य को अस्थिर करने के सबसे बड़े षड्यंत्रकारी तो आप ही हो। पूर्व सीएम दिवंगत नारायण दत्त तिवाड़ी जी तो आपके गुरु थे इसलिए उन पर आपकी ये तंत्र और षड्यंत्र जैसी विद्याएं नहीं चल पाई लेकिन 2013 में जहां एक तरफ हजारों लाखों लोग केदारनाथ त्रासदी में प्रभावित हो गए थे वहीं आप इस आपदा में अपने लिए राजनीतिक अवसर बना रहे थे । राजनीति में ऐसा नेता पहली बार देखा ….जो आपदाओं में भी अपने लिए अवसर ढूंढता हो..!!

हरीश रावत सिर्फ गाड़ , गदेरे और गीठि की मीठी मीठी बात करके ही जनता को भरमाने का काम करते आए हैं । आजतक के राजनीति जीवन में हरीश रावत की कोई उपलब्धि नहीं रही ?? लेकिन उटपटांग काम खूब रहे जिनकी वजह से कांग्रेस को ही नुकसान हुआ।

सर्दियों का मौसम अपने चरम पर है ऐसे में ज्यादा ठंड बढ़ने की वजह से लगता है हरीश रावत को ऑपरेशन का दर्द फिर से शुरू हो गया है ….!!! हरीश रावत जी इस दर्द का कोई इलाज नहीं है…. ये ऑपरेशन ही ऐसा था जिसका दर्द आपको आजीवन होता ही रहेगा क्योंकि उस ऑपरेशन का डॉक्टर भी तो मै ही हूं …..। उसी ऑपरेशन की वजह से जनता को भी पता चला कि हरीश रावत का असली चेहरा क्या है ..?? जो उत्तराखंड को बेचने की बात कर रहा हो, आंखे बंद करके लूटने की बात कर रहा हो..।।
हरीश रावत को उत्तराखंड की जनता कभी माफ नहीं करेगी।