आज थोड़ी देर पहले पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का एक इंटरव्यू देखा जिसमें वो मुझे और पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत पर अफसोस जता रहे हैं। वो कह रहे है कि वो शर्मिंदा है कि उनके रहते हम यानी हरक सिंह और उमेश कुमार जैसे लोग कैसे सर्वाइव कर गए??
अरे!! हरीश रावत जी अफसोस तो मुझे भी बहुत है आपको लेकर कि आपने उत्तराखंड की राजनीति में अस्थिरता की नींव 2002 से रख दी थी , आपने तत्कालीन मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवाड़ी को हटाने का भरसक प्रयास किया पर आप सफल न हो सके।
उसके बाद 2012 में तत्कालीन सीएम विजय बहुगुणा को शुरूआत से ही आप अस्थिर करने में जुट गए और केदारनाथ आपदा के समय आपको वो अवसर दिखा और अपने कुर्सी हथिया ली…!!
अफ़सोस तो मुझे है आप जैसे आदमी पर है जिसने डेनिस शराब से लेकर अवैध खनन अपने कार्यकाल में कराया।आज आप जब कुछ नहीं हो तो बगुला भगत बनकर भाषण देते रहते हो। अफ़सोस तो मुझे है कि आप जैसा आदमी सरेआम ख़रीद-फ़रोख़्त कर रहा था अपनी सरकार बचाने को!!
अफ़सोस तो मुझे है कि जब से राज्य बना है आपने इस राज्य को दीमक की तरह चाटा है। अफ़सोस तो मुझे है कि सत्ता पक्ष के साथ हाथ मिलकर आपने कांग्रेस पार्टी खतम कर दी विपक्ष खतम कर दिया …!!!
यानि सौ चूहे खाकर आप अब हज पर निकल गए।
दो दो शादियां करके भी आप छुपाते रहे । चुनावी हलफनामों में जिक्र तक नहीं किया ?क्यों ? इस बात का जिक्र किया कि किस पत्नी से कितने बच्चे है ?
अफसोस तो आपके आसपास रह चुके लोग भी बहुत जताते हैं जिन्होंने आपके ऊपर भरोसा किया और उनको हमेशा धोखा ही मिला।
खुद आपके साथ रह चुके रणजीत रावत तो अपने कई बयानों में इस बात का जिक्र कर चुके हैं कि हरीश रावत झूठ और फरेब का चलता फिरता पुतला है। हरीश रावत जी , मैंने बड़े-बड़े देखे पर आपसे बड़ा नहीं देखा ।
हरदा मेरी चिंता मत किया करो, मेरा क्या मैं तो संघर्ष करने वाला इंसान हूँ , 65 घंटे बीमार हालत में ट्रेन में नीचे लेटकर झारखंड जेल जाने और छूटने का साहस रखता हूँ।
मैं चुप रहता हूँ कि बुजुर्ग नेता हैं लेकिन आप जबरन अंगुली करते हो। मुझे लिखने के लिए विवश करते हो।
आप मेरे बारे में कहते हो कि 2017 में उत्तराखंड में बीजेपी की सरकार मेरे गर्भ से पैदा हुई। अरे । आपकी सरकार का गर्भपात भी तो मेरे ही स्टिंग से हुआ था औऱ त्रिवेन्द्र सरकार का गर्भपात भी।
जब ज्यादा गर्म चीजें खाओगे , प्रदेश को बेचने का काम करोगे , प्रदेश का सौदा करोगे । जनता के पैंसे को आंखे बंद करके लुटवाओगे तो ऐसी सरकारों का गर्भपात होना लाजमी है।
आपने तो डेनिस बेची, खनन के सबसे बड़े संरक्षक आप थे । आप उत्तराखंड के सबसे बड़े हितेषी होने का दम्भ भरते है ,उतराखण्डियत की बात करते हो!!! सच तो ये है हरदा कि इस राज्य के आप हितैषी हो ही नही । आपने ऐसा कौन सा धंधा इस राज्य में नहीं पनपाया जिस से इस राज्य की जड़ों में ज़हर ना घोला जा सके । बार-बार आपको नज़र अन्दाज़ करता हूँ लेकिन आप जानकर मेरे उँगली करते हो औऱ मुझे लिखने के लिए विवश करते हो।
खाओ आप बद्री-केदार की क़सम , क्या आपने मुझसे विधायकों सौदा नहीं किया था ? खाओ क़सम, क्या आपने मुझे सारे लालच नहीं दिए थे ? खाओ क़सम की आप सत्ता के लालची नहीं हो ?
जहँ–जहँ पाँव पड़े सन्तन के तहँ –तहँ होवै बन्टाधार !! ये कहावत आप पर फिट बैठती है।
आज आपकी वजह से पंजाब से लेकर असम में कॉंग्रेस का बण्ठाधार हो गया है । यही नहीं उत्तराखण्ड में कॉंग्रेस के जो कभी बड़े चेहरे थे विजय बहुगुणा , हरक सिंह रावत , सुबोध उनियाल , अन्य भी लोग , सबको आपने कॉंग्रेस छोड़ने पर मजबूर कर दिया।
वो तो ये भी कह चुके कि आप बंदर , भालू जैसे प्राणियों का इस्तेमाल करके काला जादू करते हैं।
आइये आपके बारे में थोड़ा प्रकाश डाल दूँ। आपके बारे में कहा जाता है कि आप जिसके कंधे पर हाथ रख दे उसे कई महीने बाद पता चलता है कि कंधे पर ज़ख़्म हो गया।आपने उत्तराखण्ड में सिर्फ़ कांग्रेस को नुक़सान पहुँचाने की राजनीति की है वहीं पंजाब के पूर्व सीएम अमरिंदर ने भी आपके लिए गजब का ट्वीट किया था हरीश रावत जी ।।
अमरिंदर ने कहा था-आप जो बोते हो ,वही काटते हो। ऑल द बेस्ट!!
जब आपने उत्तराखंड की कमान संभाली तो सबसे पहले क्या किया ? डेनिस शराब के होलोग्राम बनाने के टेंडर तक अपने ही परिवार को दे दिए और लोगों के बीच गाड़ गदेरे की झूठी बातें कहकर जनता को भरमाते रहे।
हरीश रावत जी पहले भी कह चुका हूं अभी भी कह रहा हूं आपने कई महापाप किए हैं , फिलहाल कुंभ नहाकर आइए और संन्यास लेकर भजन कीजिए।