त्रिवेंद्र जी आपको सदन में अवैध खनन के मुद्दे को उठाते देख बड़ी राहत और सकूँ मिला , आख़िरकार आपने अवैध खनन के ख़िलाफ़ आवाज़ उठायी तो सही । आपके आवाज़ उठाने से हरिद्वार के लोगो में भी राहत है, बस , मुझे थोड़ा सा दुख ये है कि जब आपके सगे भाई वीरेंद्र रावत का खनन में भ्रष्टाचार मेरे चैनल स्टिंग के माध्यम से खोला था जिसमें वो साफ़-साफ़ कह रहा था कि मैं तो रोज़ 100 डंपर खनन करता हूँ , सचिव खनन , खनन की परमिशन में एक लाइन खा गया कि खनन में मशीन भी लगेगी तो आपकी सरकार ने मुझ पर ही केस लाद दिए थे और धोखे से मुझे जेल भेज दिया था। खैर, आपकी मुहिम में हम साथ है आप अवैध खनन बंद कराइए जहाँ भी हो रहा है। कास आपने उस समय प्रदेश में हो रहे अंधाधुंध अवैध खनन पर हमारे चैनल
के स्टिंग ऑपरेशन का संज्ञान लिया होता , काश आपका जमीर जैसे आज जागा तब भी जाग गया होता। आप सभी से निवेदन है कि ये जरूर बतायें कि उस समय इन्हें सत्ता के गुरूर में इस स्टिंग के बदले अपने भाई पर कार्यवाही करने के बजाए मुझे जेल भेजना जायज था या नाजायज