रॉंग साइड आने पर ट्रैफ़िक वाले ने आपकी बाइक की चाबी निकाल भी ली जैसा कि कुछ लोग कह रहे है , तो क्या आप व्यस्त रोड पर बस के सामने बाइक खड़ी कर दोगे ? उसके बाद आप कार से टकराते टकराते बचे। आपने वीडियो लाइव शुरू कर दिया और कहा ये उत्तराखंड पुलिस उत्तर-प्रदेश के लोगो को कुछ नहीं कहती , गुजरात के लोगो को कुछ नहीं कहती , हरियाणा के लोगो को कुछ नहीं कहती , आप देसी-पहाड़ी करने लगे और जब पुलिसवाले ने कहा मैं भी पहाड़ी हूँ तो आपने उसे भ्रष्ट बता दिया एक मिनट में , ये चल क्या रहा है ? क्या करना चाहते हो ? क्या इस राज्य को पहाड़ प्लेन की खाई के गर्त में धकेलना चाहते हो ? शर्म आनी चाहिए ऐसे लोगो को । कभी ये भी सोचना चाहिए कि देश के सबसे बड़े देसी राज्य का मुख्यमंत्री भी पहाड़ी है , क्या कभी किसी में उँगली उठायी ? देश के रक्षा सलाहकार पहाड़ी है , देश के पहल CDS पहाड़ी थे। अरे ये देश अनेकता में एकता समेटे हुए है , ज़हर मत फैलाओ । मैंने भरे सदन में कहा था प्रेमचंद अग्रवाल जी से कि माफ़ी माँग लो लोग माफ कर देंगे वरना ये चिंगारी समेट नहीं पाओगे , और वही हुआ । मेरी बात मान लेते तो शायद ये सब ना होता । मेरी हाथ जोड़कर बिनती है ये पहाड़-प्लेन बंद कर दो । हमारे राज्य के 50 लाख लोग बाहरी राज्यों में काम करते है, एक गलती देशभर का माहौल ख़राब कर सकती है । अगर ये चिंगारी भड़क गई ना तो संभाल नहीं पायेंगे हम। पहाड़ी-देसी क्या है ? जो राज्य के विरोध की बात करे उसके ख़िलाफ़ बोलो और ठोक कर बोलो लेकिन बिना मतलब सिर्फ़ राजनीति के लिए नहीं ।मेरे मन में आया तो लिख दिया किसी शब्द से अगर किसी को ठेस पहुँचे तो माफ़ी चाहूँगा।